जून 22, 2024
6 Tracks
00:00
1X
- इस्राईल आज पूरी दुनिया में सरकारी आतंकवाद का एक प्रतीक बन चुका है और वह कई दशकों से फ़िलिस्तीनियों की सरज़मीन को छीन रहा है और उनके साथ भेदभावपूर्ण व्यवहार किया जा रहा है। फ़िलिस्तीनियों की नस्लकुशी की जा रही है। फ़िलिस्तीन में ज़ायोनियों की जड़ों का पता लगाने के लिए हमें क़रीब दो सदी पीछे पलटकर जाना होगा और[...]
- दोस्तो आज हम अपनी बात यहां से शुरू करते हैं कि थियोडोर हर्ज़ल के सपनों को साकार करने के लिए पहली ज़ायोनी कांफ़्रेंस का आयोजन 29 अगस्त 1897 को स्वीट्ज़रलैंड के बेसल शहर में किया गया। इस कांफ़्रेंस में क्या हुआ। इसमें 200 से ज़्यादा ज़ायोनी नेताओं और स्कॉलरों ने शिरकत की मक़सद क्या था? मक़सद था हर्ज़ल की यहूदिस्तान[...]
- 1931 में हगाना की सदस्यता छोड़ने वाले कुछ ज़ायोनियों ने अरगन आतंकवादी गुट की स्थापना की। शुरूआत में उन लोगों ने अपने गुट का नाम हगाना बेत रखा। इसके संस्थापकों का मानना था कि हगाना ने ज़रूरत के मुताबिक़, सैन्य और आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम नहीं दिया है।…
- इस्राईल बनने के बाद पहली जंग 1948 में हुई। इस जंग में ज़ायोनी आतंकवादी गुटों ने फ़िलिस्तीनियों के ख़िलाफ़ अपना रौद्र रूप दिखाया। फ़िलिस्तीन से ब्रिटेन के बाहर निकलने की तैयारी के साथ ही, ज़ायोनी आतंकवादी गुटों की आतंकवादी गतिविधियां अपने चरम पर पहुंचने लगीं।
- मेटास्टेसिस इस्राईल 5 ज़ायोनी शासन ने 1968 से ही अलग-अलग बहानों से दक्षिणी लेबनान में आतंकवादी गतिविधियां शुरू कर दी थीं, जिसके कारण प्रतिरोधी मोर्चे के साथ उसकी झड़पें बढ़ती चली गईं। 70 के दशक के आख़िर और 80 के दशक की शुरूआत में लेबनानी सेना काफ़ी कमज़ोर थी।
- मेटास्टेसिस इस्राईल 2006 में इस्राईल और हिज़्बुल्लाह के बीच 33 दिवसीय युद्ध छिड़ गया था। पश्चिम एशिया में यह इस सदी की शुरूआत की महत्वपूर्ण घटनाओं में से एक है। 2006 में साल की शुरूआत में ही इस्राईल ने लेबनान पर भीषण बमबारी और गोलाबारी शुरू कर दी, जो 33 दिन तक जारी रही।